सोमवार, 25 जुलाई 2011

'जनसत्ता रविवारी' में १७/०९/२०११ को छपी कवर स्टोरी



1 टिप्पणी:

मेरी नई ग़ज़ल

 प्यारे दोस्तो, बुजुर्ग कह गए हैं कि हमेशा ग़ुस्से और आक्रोश में भरे रहना सेहत के लिए ठीक नहीं होता। इसीलिए आज पेश कर रहा हूं अपनी एक रोमांटि...