इन्डियन प्रीमियर लीग में इन दिनों दुनिया भर के क्रिकेट सितारे जगमगा रहे हैं. लेकिन इसी बीच ऑस्ट्रेलिया जाकर भारत का चाँद चमक उठा और सब लोग देखते ही रह गए. जी हाँ, भारत की अंडर-19 क्रिकेट टीम ने ऑस्ट्रेलिया में ऑस्ट्रेलिया अंडर-19 टीम को छठी का दूध याद दिला दिया और इसमें कप्तान उन्मुक्त चंद उन्मुक्त होकर चमके. मौका चार देशों की अंडर-19 क्रिकेट टीमों के फाइनल मुकाबले का था. कंगारुओं को धूल चटाने के लिए उन्मुक्त चंद ने 9 चौकों और 6 छक्कों की मदद से नाबाद 112 रनों की ज़ोरदार पारी खेली. इस शानदार जीत में मध्यम तेज़ गति के गेंदबाज़ संदीप शर्मा का योगदान भी अहम रहा जिन्होंने निर्धारित 10 ओवरों में 51 रन देकर विपक्षी टीम के 4 विकेट झटके. फाइनल में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 7 विकेट से रौंदा.
यह जीत इसलिए भी ख़ास हो जाती है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम में सीनियर टीम के तेज़ गेंदबाज़ पैट कमिंस भी शामिल थे. कप्तान उन्मुक्त चंद ने इस पूरे टूर्नामेंट में कंगारुओं को धोते हुए कुल 281 रन जोड़े और सर्वाधिक छक्के जड़ने का रिकॉर्ड भी उन्हीं के नाम रहा. उन्होंने कुल 13 छक्के जड़े हैं. सेमी फाइनल में इंग्लैण्ड के खिलाफ उन्मुक्त ने अगर 94 रनों की आतिशी पारी न खेली होती तो भारत का बैरंग वापस होना तय था. यह मैच भारत ने 63 रनों के बड़े अंतर से जीता जिसमें उन्मुक्त को 'मैन ऑफ़ द मैच' चुना गया था. फाइनल मुकाबले में तो ख़ैर वह 'मैन ऑफ़ द मैच' रहे ही.
पिछले दिनों जिस तरह भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया से बुरी तरह नाकाम होकर लौटी थी उसकी निराशा कुछ हद कम हुई है. भारतीय टीम टेस्ट सीरीज में बुरी तरह पराजित होने के बाद त्रिकोणीय सीबी सीरीज के फाइनल तक में नहीं पहुँच पाई थी. लेकिन आईसीसी अंडर-19 वर्ल्ड कप ऑस्ट्रेलिया में ही होना है. इस टूर का फायदा उन्मुक्त एंड कंपनी-- जिसमें कमल पासी, विकास मिश्रा, बाबा अपराजित, अक्षदीप, हरमीत सिंह, अखिल हेरावाड़कर, मन वोहरा, विजय जोल, एस पटेल, ए नाथ जैसे प्रतिभावान युवा क्रिकेटर शामिल हैं, को उस दौरान भी मिलेगा क्योंकि उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई परिस्थितियों में खेलने का स्वाद चख लिया है. वे आत्मविश्वास से लबालब रहेंगे. पूर्व भारतीय कप्तान दिलीप वेंगसरकर ने भारतीय अंडर-19 टीम को बधाई देते हुए कहा है कि यह किसी भी क्रिकेटर के कैरियर का महत्वपूर्ण दौर होता है और अब ये क्रिकेटर बड़े-बड़े सपने देख सकते हैं. यकीनन स्टार परफॉर्मर कप्तान उन्मुक्त चंद का भविष्य उज्जवल नज़र आ रहा है.
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